Giddhkut Trek | गिद्धकूट ट्रेक
साथियों,
आज हम आपसे गिद्धकूट पर्वत ट्रेक की जानकारी साझा कर रहे हैं।
गिद्धकूट पर्वत, एक धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व का स्थल है। यह रामनगर तहसील क्षेत्र में स्थित है और इसे रामायण काल से जोड़ा जाता है। मध्य प्रदेश के सतना ज़िले से इसकी दूरी लगभग 80 किमी है, मैहर से 60 किमी, तथा रीवा से 50 किमी है। विंध्य क्षेत्र के इस सुंदर स्थान पर आने का मुख्य समय ठंड का माह है। अश्विन माह से शुरू होकर फाल्गुन माह (सितंबर से मार्च) तक का समय सर्वश्रेष्ठ है।
ये हैं यहाँ के प्रमुख आकर्षण:
👉 गिद्धकूट पर्वत का धार्मिक महत्व है तथा इसका संबंध रामायण काल से है। यह पवित्र तीर्थ स्थल रामायण के प्रसंगों से जुड़ा हुआ है। गिद्धराज जटायु के भाई संपाती का भी यह निवास स्थान माना जाता है।
👉 पर्वत और उसके आसपास का क्षेत्र घने जंगल, चट्टानें, हरियाली और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यह स्थान प्रकृति प्रेमियों और तीर्थयात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
👉 यह ट्रैकिंग के लिए बहुत ही शानदार स्थान है और पंहुच मार्ग सुगम है। सोनाडी गाँव से लगभग एक घंटे की चढ़ाई है।
👉 गिद्धों की फ़ोटोग्राफ़ी के शौखीनों के लिए यह लोकप्रिय स्थान है।
👉 यहाँ कई अनएक्सप्लोर पत्थर की गुफ़ाएँ हैं।
👉 पर्वत शिखर पर प्राचीन शिव मंदिर और सिद्ध बाबा का आश्रम । बसंत पंचमी पर हर वर्ष यहाँ मेला लगता है। ध्यान और आध्यतम का अनूठा संगम है गिद्धकूट।
👉 पर्वत शिखर से एक तरफ़ रामनगर तो दूसरी तरफ़ बाणसागर डैम का नज़ारा अद्भुत है। आप खुद को बादलों के ऊपर पाकर बहुत रोमांचित महसूस करेंगे।
👉 पर्वत मार्ग पर ऐतिहासिक पेंटिंग्स और पाषाण युग के निशान देखने मिलते हैं । पर्वत पर कई प्राचीन मंदिर और संरचनाएं हैं जो इसकी ऐतिहासिक महत्ता को दर्शाती हैं।
👉 इस क्षेत्र के रहवासियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण आस्था केंद्र भी है। धार्मिक त्योहारों और विशेष अवसरों पर यहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
गिद्धकूट पर्वत एक ऐसा स्थान है जो धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक महत्व का संगम प्रस्तुत करता है। इसे मध्य प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में गिना जाता है। धन्यवाद। #Giddhkut #Trek #Satna